Bhoot ki kahani
फकौली के छोटे से भूले-बिसरे शहर में रेलवे स्टेशन के पास एक बहुत पुराना, टेढ़ा-मेढ़ा पेड़ था। शहर के लोग उससे दूर रहते थे, और […]
एक महीना देखता हूं, फिर बात कर लूंगा ट्रांसफर की। उसका यहां नौकरी करने का बिल्कुल भी मन नहीं था। हाथ में लालटेन लिए और दूसरे हाथ में डंडा पकड़े हुए वह प्लैटफॉर्म के चक्कर लगा रहा था। बीच बीच में सीटी बजा देता। एक रात की बात है। उस रात गार्ड फोन पर उसके अलावा और कोई नहीं था।
रमेश ने यह बात फिर से किसी को नहीं बताई, लेकिन अब उसे प्लैटफॉर्म पर ड्यूटी करने से डर लग रहा था। अगली रात रमेश एक ही जगह खड़ा रहा। उसने स्टेशन का कोई चक्कर नहीं लगाया। कुछ देर बाद रमेश के पास एक आदमी आकर खड़ा हो गया और ट्रेन के बारे में जानकारी लेने लगा। रमेश को लगा कि कुछ गड़बड़ है।
Tale of monkey and crocodile in hindi
इस कहानी को अपने दोस्तों के साथ साझा करें
एक लड़की थी जिसका नाम था मीरा। मीरा को पड़ना बहुत पसंद था और उसके अंदर हर चीज को जानने की इच्छा थी । क्युकी वह बहुत समजदार थी इसलिए उसके १२ कक्षा में बहुत अच्छे मक्स आए जिस वजह से उसका दाकिला ...
Bijay ..mujhe nh lagta ghost hai bol k sb pehele se hi dar chuke Hello so hum b darjate ..agar rat ko ap ko ek jaga me chhoddiaa jae to ap bna dare so jaoge ..par ap ko pata hai ki o samsan ghat hai so ap jite g mar jaoge ….
रास्ते मैं छोटे-छोटे गॉव की बस्तियां थी जिधर से मैं गुजर रहा था । अचानक मेरी नज़र रस्ते के किनारे एक छोटे से बस स्टैंड पर पड़ी जहाँ एक औरत शायद अपने घर जाने के लिए बस का इन्तेजार कर रही थी । वह लाल और सफ़ेद पाढ़ वाले साड़ी पहनी हुई थी और उसके हाँथ मैं एक बड़ा सा हैण्डबैग था , उसे देखकर ऐसा लग रहा था जैसे वो किसी ऑफिस से काम करती होगी।लेकिन मैं मन ही मन ये भी सोंच रहा था की आधी रात को वो यहाँ क्या रही है । मैं जब वहां से गुज़रा तो उसने मुझे रुकने का इशारा किया ,मैंने अपनी बाइक रोक दी ।
Your browser isn’t supported anymore. Update it to get the best YouTube working experience and our most up-to-date characteristics. Learn more
पापा हम कल भी घूमने जाएंगे। किशोर = ठीक है। बेटा हम ...
प्रतिलिपि ऐप पर कहानियां डाउनलोड करें इस एपिसोड और कई अन्य कहानियों को डाउनलोड करें
, लेकिन फिर से ऐसा हुआ तो वह चौंक कर उठ गया। उसने चारों तरफ देखा तो वहां कोई भी नहीं था। रमेश को लगा कि उसने फिर से कोई बुरा सपना देखा है। रमेश यह सब सोच ही रहा था कि उसे पायल की आवाज आई। उसने चारों तरफ देखा तो उसे एक लड़की जाती हुई दिखी। रमेश उस लड़की को आवाज देकर रोकने लगा। रुको, अरे सुनो, रुको। वह जैसे ही उस लड़की के पास गया तो वह लड़की गायब हो गई थी। रमेश इस बार घबरा गया था। उसके माथे का पसीना साफ साफ बता रहा था कि वह बुरी तरह से डर गया है।
लेकिन जब से मेरी मां के साथ ऐसा हादसा हुआ था । तब से मां को थोड़ी भूलने की बीमारी और थोडी डरने की बीमारी हो गई ।और एक कमरे में बंद रहने लगी । क्योंकि बाहर अभी भी चाची की आत्मा दिखाई देती है । लोग बोलते हैं कि यह असत्य है। लेकिन जिसके ऊपर बीतती है । वही जानता है । bhoot ki kahaniya
listed here we gather bhoot ki kahaniya in hindi for everyone who would like to examine bhoot ki kahaniya in hindi. Whenever your study bhoot ki kahaniya you fill it.